The Great Wall Of China:
भारत समेत कई देशों में ये कहा जाता था कि अंतरिक्ष स्टेशन से नंगी आंखों से दिखने वाला एकमात्र मानव निर्मित ढाँचा चीन की महान दीवार हैं। इस तथ्य से चीन गर्वित रहता हैं लेकिन दुनियाभर के तमाम अंतरिक्ष यात्रियों ने इस बात के कोई ठोस प्रमाण नही दिए।
अब तो कुछ वैज्ञानिकों द्वारा यहां तक भी कहा जाता हैं कि चीन की महान दीवार, अंतरिक्ष से तो क्या पृथ्वी से महज 2 मील(लगभग 3.2 KM) ऊपर से भी इंसान के टूटे हुए बाल की तरह दिखती हैं। इसलिए ये कहना कि इस दीवार को अंतरिक्ष और चांद से साफ साफ देख पाना महज कोरी कल्पना और एक काल्पनिक तथ्य हैं जिसे कई दशकों से भुनाया जा रहा हैं।
प्रत्यक्षदर्शी अंतरिक्ष यात्रियों ने किया खुलासा
कुछ समय पहले ISS (International Space Station) के पूर्व कमांडर और कनाडाई अंतरिक्ष यात्री क्रिस हैडफ़ील्ड (Chris Hadfield), जो ISS (International Space Station) के कमांडर रहने के साथ ही स्पेस स्टेशन में 5 महीने बिताकर आये थे; ने अपने सोशल मीडिया हेंडल ट्विटर से एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा था कि चीन की महान दीवार को अंतरिक्ष से नही देखा जा सकता।
उन्होंने कारण बताते हुए कहा था कि the great wall of china बहुत ही पतली हैं जिस वजह से इसे बिना किसी उपकरण के अंतरिक्ष से देख पाना मुश्किल हैं साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये दीवार अपने आस पास के प्राकृतिक दृश्यों से मेल खाती हैं जिस कारण ये पृथ्वी की जियोग्राफी से अलग उठी हुई या यूनिक नही दिखती।
वहीं एक और अंतरिक्ष यात्री ISS कमांडर लेरॉय चियाओ ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था। बता दे स्पेस स्टेशन से चीन की दीवार का पहला चित्र लेरॉय चियाओं द्वारा ही खींचा गया था। हालांकि उन्होंने दावा किया कि जब वे ये चित्र खींच रहें थे उस दौरान उन्हें चीन की दीवार नही दिख रही थी।