पिछले 48 घण्टों से पूरे प्रदेश और राजगढ़ में हो रहीं मूसलाधार बारिश ने अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिये। असाधरण अतिवृष्टि के कारण राजगढ़ के नदी नालें उफान पर आ गए। इस बारिश ने आम जन-जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। कहीं लोगों के घरों में पानी घुस गया तो कहीं पूरी की पूरी फसलें ही जलमग्न हो गईं।
भगोरा में जल प्रलय
ऐसा ही नज़ारा कालीसिंध नदी किनारे बसे गांव भगोरा में देखने को मिला। यहां कालीसिंध नदी में ज्यादा पानी आने की वजह से सारा पानी खेतों में फैल गया।
जिससे किसानों की सारी फसलें जल में समा गई। वहीं गांव के कुछ घरों में भी पानी घुस गया। जिसकी वजह से घरों में रखें प्याज़-लहसुन पानी में तैरने लग गये। साथ ही मूसलाधार बारिश की वजह से बाजार का पानी लोगों के घरों में भर गया।
भगोरा गांव में भारी नुकसान
गांव में हुए इस जल-प्रलय से ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ हैं। एक तरफ खेतों में लहलाती फसलें, जो कुछ वक्त पहले किसानों की एकमात्र आशा और उम्मीद थी, अब पूरी तरह से जल भराव में खराब हो गई। वहीं दूसरी तरफ घरों में रखे प्याज-लहसुन, गेहूं, और अन्य खाद्य पदार्थ भी खराब हो गए। इस आपदा ने किसानों और ग्रामीणों के मनोबल को तोड़ कर रख दिया।
वहीं प्रशासन भी इस आपदा पर अपनी नजरें जमाये हुए हैं। अब देखना होगा कि प्रभावित इलाकों को राहत कब तक मिल पाएगी।
गृह मंत्री @drnarottammisra ने बताया कि प्रदेश में अतिवृष्टि से गुना, श्योपुर, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, उज्जैन और भोपाल के कई इलाके बाढ़ प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में #SDERF और #NDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।#JansamparkMP pic.twitter.com/e63CqvrnOI
— Home Department, MP (@mohdept) August 23, 2022
प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर आमजन की स्थिति का जायजा लिया। नागरिक चिंता न करें, चुनौती की इस घड़ी में हम सब साथ हैं। राहत एवं बचाव कार्य में मैं और ‘टीम एमपी’ कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। pic.twitter.com/PqoW9VZXKt
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 23, 2022